मोदी जी चक दो इन मुंडया ओ को,जनता आपके साथ है !
फर्जी किसानों की अजब कहानी ! पढ़ो,सत्ता से सवाल की जुबानी !
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देश ने बहुत आंदोलन देखे है, लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी को, मारने के स्पष्ट खतरनाक इरादों के साथ, अथाह धनसंपदा सहित व्यवस्था वाला आंदोलन देश को अभी देखने को मिल रहा है !
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ये देश विरोधी ताकतों द्वारा प्रायोजित फर्जी किसान कह रहे है :
मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ बहुत ऊंचा हो गया है उसे डाउन करना है तो दूसरा फर्जी किसान कह रहा है कि पिछली बार तो मोदी बच कर जिंदा वापिस चला गया था, अबकी बार नही बच पायेगा?
तीसरा फर्जी किसान कह रहा है कि नीलम आजाद को रिहा करो , ये वो ही नीलम आजाद है जो पिछले साल संसद पर कलर के नकली विस्फोट कर संसद की सुरक्षा जायजा आतंकियों तक पहुंचाने का प्रयास किया था ? नीलम आजाद का किसान आंदोलन से क्या सम्बन्ध है ? वो तो एक अलग तरह के अपराध में बंद है !
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चौथा कह रहा है पंजाब की केजरीवाल सरकार है तैयार पंजाब की पाकिस्तान से संधि करने ओर पाकिस्तान में विलय करने को !
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सेना के पास होने वाले संसाधन कहा से आए ?
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यदि ये फर्जी किसान नही है तो सेना की ट्रेनिंग कहा से मिली इनको, इनके पास जो संसाधन है उनसे नहर में से ट्रेक्टर /वाहन पार करने के त्वरित संसाधन है जो युद्ध के समय सेना इस्तेमाल करती है !
इनके पास आंसू गैस को निष्क्रिय करने की ट्रेनिंग कहा से आई ?
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इन फर्जी किसानों के पास अपने ट्रेक्टरो को सेना की तोप की तरह मोडिफाइड करने के लिए लाखो रू की फंडिंग कहा से आई?
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यदि सरकार इन फर्जी किसानों की मांग मान लेती है तो गेंहू हो जायेगा 300 रू किलो ! क्या देश की जनता है तैयार है ? 300, रू किलो में खरीदने को ?
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मोदी जी चक दे इन मुंडायाओ को जनता है आपके साथ !
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फर्जी किसानों, अति का अंत निश्चित है आप लोग किसान नही, 72 हूरो के दीवाने हो !
