सनातन के सम्मान की रक्षा में शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बने अपराधी !

सनातन के सम्मान की रक्षा में शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बने अपराधी !

सनातन के सम्मान की रक्षा में किया प्रदर्शन तो पुलिस द्वारा बना दिए गए अपराधी !
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दिनांक 04/10/24 को पुट्ठा कालेज बिलासपुर में
हिन्दुओं के महापर्व नवरात्र पर्व पर बिलासपुर में जलसा नामक आयोजन किया, जिसका सेलिब्रेटी भी गैर हिंदू था, उक्त आयोजन का सनातन अनुरूप नहीं होने की वजह से ऐसे लोगो द्वारा इस आयोजन में भाग लेने की वजह से जिनका सनातन से,सनातनियों की आराध्य देवी माता रानी की भक्ति से कोई लेना नहीं , ततसंबंध में सर्व हिन्दू समाज की ओर से निम्नांकित मागों के साथ शांतिपूर्ण विरोध,प्रदर्शन किया था !
कि, उक्त आयोजन में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित होना चाहिए !
जिस पर बिलासपुर पुलिस प्रशासन को यह बात पसंद नहीं आई, विरोध करने वाले कुछ विशेष चिह्नित सनातनियों के विरुद्ध थाना सिविल लाइंस द्वारा पुरानी आईपीसी अनुसार 107/116 की दंडात्मक कार्यवाही करने पर सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से 13 लोगो को नोटिस मिला है !
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आईपीसी की धारा कोई भी हो ?
पुलिस अनुसंधान और पुख्ता अभियोजन साक्ष्य जरूरी है ! बिना उचित इनपुट के,
कानूनी रूप से
पुलिस किसी भी के खिलाफ ऐसी कार्यवाही नहीं कर सकती ? वैसे तो देश में पुलिस क्या क्या नहीं करती ?किसी से नहीं छिपा है,किसी निर्दोष को भी जेल भेज सकती है ?
थाना सिविल लाइंस के पुलिस अनुसंधान पर सवाल खड़े हो रहे है ? क्योंकि, ऐसे लोगो पर भी उक्त कार्यवाही की गई जो उक्त धरना प्रदर्शन में शामिल ही नहीं थे ! सनातन के सम्मान की रक्षा हेतु इस विरोध प्रदर्शन में शामिल
लोगो द्वारा पुलिस कार्यवाही पर आश्चर्य जताते हुए शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन पर बिना लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न हुए भी सनातनियों पर इस प्रकार की दंडात्मक कार्यवाही पर प्रदेश की भाजपा सरकार /गृहमंत्री को त्वरित संज्ञान लेकर सनातनियों पर ऐसी कार्यवाही करने के जिम्मेदार प्रशासनिक /पुलिस अधिकारियों को निर्देश देना चाहिए कि दंडात्मक आपराधिक धाराओं का दुरुपयोग न करे ! घटना संवेदनशील होने या न होने पर उचित विचार करे !
पुलिस प्रशासन के लिए ये सामान्य धाराएं होगी ? लेकिन यदि कोई IAS/ IPS /शासकीय सेवक की परीक्षा में बैठेगा तो उनके भविष्य पर इन धाराओं का क्या प्रभाव होगा, यह बताने के लिए माननीय हाई कोर्ट के ये दो वीडियो प्रयाप्त है !
उन लोगो के खिलाफ उपरोक्त कार्यवाही क्यों की गई जो घटना के समय /उस दिन उस क्षेत्र में उपस्थित ही नहीं थे ! इन्हीं पीड़ितों में से एक ने उक्त घटना दिनांक 04/10/24 की अपनी दिनभर की गूगल लोकेशन का प्रिंट आउट निकाला है ! जो उक्त पीड़ित पवन गोयल को निर्दोष साबित के लिए प्रयाप्त दस्तावेजी साक्ष्य है !,
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सनातनियों का कहना है कि, नई IPC /,भारतीय न्याय संहिता की धारा 107/116 /126,135 के प्रावधानों के अनुसार उक्त धरना प्रदर्शन में शामिल लोगो द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया है जिससे उक्त धाराओं के तहत अपराध बनता हो ?
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इससे भी अधिक गंभीर प्रकृति के धरना प्रदर्शन तो राजनीतिक पार्टियां भी करती है, जिसमे कई बार करोड़ो रू की सार्वजनिक संपति जला दी जाती है लेकिन किसी पर भी कोई कार्यवाही होती नहीं !
सनातनियों के उक्त शांतिपूर्ण प्रदर्शन से न तो शांति भंग हुई और न धरना प्रदर्शन करने वालो की संख्या इतनी थी कि किसी के सार्वजनिक जीवन /आवागमन में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हुई हो ? प्रदेश के गृह मंत्री से निवेदन है कि, सभी 13 सनातनियों को 107/116 के नोटिस को निरस्त करने हेतु पुलिस प्रशासन को निर्देशित करे !
पुलिस प्रशासन से “सत्ता से सवाल” (न्यूज पोर्टल्स)के कुछ सवाल !
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उपरोक्त घटना में उन लोगों के विरुद्ध 107/116 की कार्यवाही क्यों,जो वहां उपस्थित ही नहीं थे !
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जो लोग उपस्थित थे उन सभी पर बिना भेदभाव एक समान कार्यवाही क्यों नहीं ?पक्षपाती पूर्ण कार्यवाही क्यों ?
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मात्र 13 सनातनियों पर कार्यवाही का आधार ओर अभियोजन साक्ष्य किस आधार पर, किस अनुसंधान पर तय किया गया ?
क्या पुलिस ने वहां इन 13लोगो की उपस्थिति का कोई वीडियो,सीसीटीवी देखकर विशेष रूप से चिन्हित किया है ?
जबकि मौके पर संख्या लगभग 50/60 के आसपास बताई जा रही है ! तो फिर सिर्फ 13लोगो पर कार्यवाही क्यों ?
उन विशेष लोगों पर कार्यवाही क्यों नहीं जो असल नेतृत्व कर्ता थे ? अभियोजन साक्ष्य किस आधार पर तय किया गया ? अनुसंधान किस ने किया ?
107/116 की कार्यवाही उचित है या नहीं ? के इनपुट क्या थे ?
नोटिस तामिली के साथ आरोपियों को आरोप पत्र प्रतिलिपि क्यों नहीं दी गई ?
नोटिस में मात्र BNS की धाराओं मात्र का उल्लेख है घटना से संबंधित आरोप पत्र /अभियोजन चालान की प्रतिलिपि क्यों नहीं ?

https://youtu.be/nlQUwHE6cJ0?si=37xqxW3uEnNyJeV0

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https://youtu.be/2gptNxocqvI?si=8JueL-SvFXYB0l9w

https://sattasesawal.in/?p=1663

https://sattasesawal.in/?p=1661

india9907418774@gmail.com

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