देवरीखुर्द मामले में NIA जांच की जरूरत ?मामला गंभीर,?

देवरीखुर्द मामले में NIA जांच की जरूरत ?मामला गंभीर,?

बिलासपुर में देवरी खुर्द में अटल आवास में मजार बनाने तक मामला सीमित नहीं है ! सूत्र बताते है, कि यहां रहने वाला मुस्लिम परिवार मजार की आड़ में बंगला देश सहित विदेशो से रोहिज्ञाओ के लगातार संपर्क में था ! उतर प्रदेश से आकर अटल आवास निवासी मांझी परिवार की नाबालिक बच्ची को भगाकर ले जाने के मामले को पुलिस ने भले ही बहुत हल्के में लिया हो ?लेकिन अब उसी मजार नुमा घर से जो फोटो बरामद हुए है वो सिर्फ हिंदुओ महिलाओं,लडकियो,पुरुषो के है, इसका साफ मतलब है कि, मजार बनाकर  झाड़ फूंक की तांत्रिक दुकान की आड़ में हिंदू पुरुषो का बड़े पैमाने पर धर्मांतरण किया हो सकता है ?तो वही, जिन हिंदू महिलाओ,लडकियो के फोटो मिले है उन सभी को खोजकर उनके बयान  लिया जाना बहुत जरूरी है कि आखिर यहां चल क्या रहा है ? कांग्रेसी सत्ता में हिंदुओ के आरोप यू ही नही थे कि कवर्धा सहित छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी सत्ता ने रोहिज्ञाओ को बसाने में कोई कसर बाकी नही छोड़ी है ?

बिलासपुर नगर पालिका निगम के भ्रष्टाचारी अधिकारी भी कम जिम्मेदार नही है जो अपने खाली पड़े अटल आवासों की समय समय पर सुरक्षा, जांच करने में बड़ी कोताही बरती है,यह जांचने की कभी जहमत नहीं उठाई कि खाली पड़े अटल आवास में या जिन मूल हितग्राहियों को आवंटन किया है उनमें आवंटित हितग्राही ही रह रहे है या कोई और ?फर्जी गरीबों की संख्या हर जगह है जो एक जगह सरकारी जमीन पर कब्जा कर झोपड़ी बनाते है और फिर अटल आवास आवंटित करवाते ही, फिर अटल आवास को बेचकर फिर कही सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करते है फिर परिवार के दूसरे सदस्य के नाम अटल आवास के पात्र बन जाते है,कब  तक चलेगा यह अंतहीन सिलसिला ?

बिलासपुर में तमाम अटल आवास की पुलिस की मौजूदगी में निष्पक्ष जांच की तत्काल जरूरत है और आवंटित हितग्राही के अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति रह रहा है तो तत्काल अटल आवास खाली कराए जाए !

एक अनुमान के अनुसार इतने आवास हीन  गरीब तो बिलासपुर में है ही नही,जितनी संख्या में सरकार ने अटल आवास बना बनाकर इन तथाकथित गरीबों को दिए है ! यदि इतने गरीब होते तो मात्र देवरी खुर्द में 65 अटल आवास आवंटन विहीन खाली नही पड़े होते ?

जिस तरह से मामले निकलकर आ रहे है कि देवरी  खुर्द में 400 अटल आवास में से 150 अटल आवास में मुस्लिमो का या तो कब्जा है या मुस्लिम हितग्राही है तो डिमोग्रेफि तो अपने आप ही बदल गई न ? नगर निगम को भी एक समुदाय विशेष के लोगो को किसी सरकारी योजना में अटल आवास आवंटन करते समय समुदाय विशेष की संख्या बल का ध्यान रखना चाहिए, कि एक ही समुदाय के लोगो को एक ही जगह अधिक संख्या में अटल आवास का आवंटन न हो ? ताकि डेमो ग्राफी चेंज न हो ?

बड़ी संख्या में हिंदू महिलाओ के फोटो मिलना, उनमें से कई फोटो पर क्रास जैसे विशेष चिन्ह लगाकर फोटो को चिन्हित कर रखना किसी बड़ी साजिश का परिणाम है ! ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए NIA जांच की जरूरत है !

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