“बाप”बदलने का दौर चरम पर ?
“बाप” बदलने का दौर जारी है !
कुलपति की कुर्सी पर बैठकर भी ऐसे कृत्य किए जा रहे है कि लोगों को बहका कर, लालच देकर बाप बदलवाए जा रहे है !
अभी तक कुलपति जैसे पदों पर बैठे लोगों पर शिक्षण संस्थानों में सेक्स रैकेट सहित परीक्षा में फैल कर देंगे का डर दिखाकर छात्राओं के यौन शोषण के तो कई मामले आए है, लेकिन,अब बाप बदलवाने की साजिश में भी बड़े बड़े पदीय ताकतवर कुलपति जैसे लोग शामिल हो तो क्या होगा शिक्षण संस्थानों का ?
किसी का नाम मात्र देखकर भ्रमित मत होना,
ये नाम है “राजेंद्र बिहारी लाल” ओर सुआटस विश्वविद्यालय के कुलपति है ? आरोप अनुसार ये खुद को गुपचुप तरीके से अपना बाप बदलकर बैठे है और लोगों को भी अपना बाप बदलवाने के कृत्य में लिप्त है ? क्या होगा उन हजारों बच्चों का भविष्य जो इनके कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने आए है ?ऊपर से कथित me lords तो बैठे ही है? जिनमें से अधिकांश कानून की कुर्सी पर बैठकर,किसी धर्म विशेष के पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर लोगों के धार्मिक धर्म गुरु की भूमिका निभा रहे है ? देशभर के जजों को किसी भी धार्मिक मामलों से संबंधित प्रकरणों को पहले तो संबंधित धर्म गुरुओं /धर्म के ठेकेदारों के पास धर्म संसद में भेजना चाहिए ! अन्यथा बाप बदलने का,बाप बदलवाने का खुला खेल चलता रहेगा ! धर्मांतरण करवाया जा रहा है ! लेकिन,जिम्मेदार कोई नहीं ?
‘निर्दोषों को परेशान करने का साधन नहीं हो सकता आपराधिक कानून’, ये कहते हुए सुप्रीम कोर्ट ने रद कर दीं 5 FIR – criminal law cannot be a tool to harass the innocent says supreme court https://www.jagran.com/news/national-criminal-law-cannot-be-a-tool-to-harass-the-innocent-says-supreme-court-40012924.html
