पूर्वाग्रह से ग्रस्त लोगो को चिन्हित कर बर्खास्त करो: कंगना रनौत मामला !

मिडिया /सोशल मीडिया पर वायरल सूचना अनुसार आज दिनांक 07जून को भाजपा के सभी निर्वाचित सांसदों को दिल्ली जाना था, इसी क्रम में हिमाचल में मंडी लोकसभा क्षेत्र से विजय श्री प्राप्त भाजपा सांसद कंगना रनौत भी दिल्ली जाने के लिए जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंची तो एयरपोर्ट पर ड्यूटीरत महिला सुरक्षा कर्मचारी जो किसान आंदोलन में कंगना रनौत के बयानों से पूर्व से आहत थी, क्योंकि इस महिला सुरक्षा कर्मचारी की मां भी किसान आंदोलन का हिस्सा थी, इस पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर महिला सुरक्षा कर्मचारी ने भाजपा की नव निर्वाचित सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ जड़ दिया ! विचारणीय और अत्यधिक संवेदनशील प्रश्न यह है कि यदि, एयरपोर्ट पर ड्यूटीरत महिला सुरक्षा कर्मचारी के पास पिस्टल होती तो वो कंगना रनौत की जान भी ले सकती थी, पूर्व में स्वर्गीय इंदिरा गांधी की हत्या भी तो उनके ही सुरक्षा कर्मचारी ने पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर की थी !
देश में ऐसे अनेक लोग हुए है जिनमे आजादी के समय के कई नेता, राजनीतिक नेतृत्व सहित जज,वकील,IAS IPS, सहित उप राष्ट्रपति तक एक विशेष विचारधारा से प्रभावित होकर काम किए है,चरखी दादरी का जज, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी सहित कई उदाहरण मिल जायेगे जिन्होंने शासकीय सेवा में रहते हुए या सार्वजनिक पदो पर रहते हुए भी अपने पदीय कर्तव्यों का एक विशेष विचारधारा के पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर पदीय ताकत का दुरुपयोग किया है ?
वर्तमान के राजनीतिक परिदृश्य सहित शासकीय विभागों में यहा तक की कई जैसे राज्य में तो थाना स्तर पर भी एक समुदाय विशेष के लोग सेकुलर बनकर काम नही करते बल्कि अपने समुदाय विशेष के पक्ष में पक्षपाती कार्यवाही करते है !
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर घटित इस घटना को सामान्य घटना मानकर केवल तत्कालिक रूप से निलंबित कर मामले को रफा दफा करना बिल्कुल उचित नहीं होगा, बल्कि ऐसे सभी लोगो को चिन्हित कर, जो किसी भी सरकारी पद पर रहकर किसी भी पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर काम करते है उन सभी को बर्खास्त करना व्यापक जनहित में होगा !