निजीकरण के दाग भ्रष्टाचारियों से अच्छे है ?

निजीकरण के दाग भ्रष्टाचारियों से अच्छे है ?

देशभर में ऐसे उच्च स्तर के या निम्न स्तर के भ्रष्टाचारियों की कमी नहीं है जो थोड़े से आर्थिक लालच में रोहिंग्या ओ को भारत में प्रवेश कराते है,पाकिस्तान की ड्रग्स भारत में आने देते है, देश की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान को बेचते है, देश में स्थित गुप्त रूप से देश के साथ गद्दारी कर रहे है ये सब किसी न किसी सरकारी पदीय ताकत हासिल किए लोग ही होते है ! निजीकरण पर सवाल उठाने वालों की बहुतायत है,लेकिन गुजरात की बंदरगाहों को संचालन अपने हाथ में लेने पर भी यदि कोई निजी व्यक्ति देश के साथ गद्दारी न करे तो हम यही कहेंगे कि,”निजीकरण के दाग,भ्रष्टाचारियों से अच्छे है” हुआ यू है कि गुजरात की बंदरगाहों से पिछले चार सालों में निजीकरण के वावजूद बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद !

दो दशक पुराने शासन में गुजरात में नशीले पदार्थों की हो रही बाढ़, समुद्र तट से लेकर फैक्ट्रियों तक फैल चुका है नशे का नेटवर्क !

गुजरात, जिसे ‘ड्राय स्टेट’ यानी शराबबंदी वाले राज्य के रूप में जाना जाता है, अब ‘पाउडर स्टेट’ बनता जा रहा था। बीते चार वर्षों में यहां लगभग ₹32,813 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई हैं। ये आंकड़े सिर्फ बरामदगी के हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य में ड्रग्स का व्यापार कितनी तेज़ी से फैल रहा है।

बड़ी बरामदगियाँ:

अप्रैल 2025: गुजरात के तट पर 300 किलो संदिग्ध मेथामफेटामिन जब्त, मूल्य लगभग ₹1,800 करोड़

नवंबर 2024: पोरबंदर तट के पास फिर से मेथामफेटामिन की बड़ी खेप, आधिकारिक आंकड़े नहीं जारी।

अक्टूबर 2024: भरूच के अंकलेश्वर GIDC स्थित अवसर इंटरप्राइज़ फैक्ट्री से नशीले पदार्थ बरामद, जांच लंबित

अक्टूबर 2024: अवकार ड्रग्स लिमिटेड फैक्ट्री, अंकलेश्वर से 518 किलो कोकीन बरामद, कीमत ₹5,000 करोड़।

अप्रैल 2024: पोरबंदर तट पर 173 किलो हैशिश (₹60.5 करोड़) और 86 किलो संदिग्ध हेरोइन (₹602 करोड़) जप्त !

फरवरी 2024: पोरबंदर तट से 3,300 किलो नशीले पदार्थ जब्त (1,300 से ₹2,000 करोड़ मूल्य)।

सितंबर 2023: कच्छ की क्रीक से 80 किलो कोकीन, कीमत ₹800 करोड़

अगस्त 2022: अंकलेश्वर की फैक्ट्री से 513 किलो एमडी (₹1,026 करोड़)।

सितंबर 2021: अडाणी संचालित मुंद्रा पोर्ट से 2,988 किलो हेरोइन बरामद, मूल्य ₹21,000 करोड़।

जुलाई 2021: मुंद्रा पोर्ट से 75 किलो हेरोइन, ₹375 करोड़।

अप्रैल 2021: जखाऊ तट के पास नशीली खेप (मूल्य ₹150 करोड़)।

चौंकाने वाले आंकड़े:
साल 2018 से 2022 के बीच कुल 937 टन ड्रग्स जब्त किए गए। इनमें कोकीन, हेरोइन, एमडी, चरस, हैशिश और मेथामफेटामिन जैसे खतरनाक नशीले पदार्थ शामिल हैं।

हमे नहीं लगता कि भ्रष्टाचारियों की गैंग इतनी अधिक मात्रा में बरामदगी करती ? ये सब संभव हुआ निजीकरण द्वारा प्रदत गोपनीय सूचनाओं के आधार पर !

india9907418774@gmail.com

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