सारे गैर बीजेपी के हिन्दू नेताओं हेतु खतरे की घंटी ?
बिलासपुर : बंगाल में टीएमसी के हिन्दू नेताओं को जिहादियों की धमकी ? अभी तो सवाल सिर्फ TMC के हिन्दू नेताओं का है लेकिन देर सवेर यही स्थिति उन सभी गैर बीजेपी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ होनी निश्चित है जो हिन्दू है , इस्लाम में एकमात्र पैमाना है “काफिर” हो ?इसका मतलब आप उनके बीच सुरक्षित बिल्कुल नहीं हो, आपकी राजनीतिक पार्टी जो भी हो ?सता सुख मात्र कुछ समय तक, वो भी उनकी मर्जी सहमति से लीजिए जब तक वो चाहे ? गैर बीजेपी राजनीतिक पार्टियों के नेता के चुनाव जितने में मुस्लिमो के वोटो की अहम भूमिका होती है ओर मुस्लिम,हिंदुओ की तरह बिल्कुल नहीं है वो वोट देने से पहले ओर वोट देने के बाद अपने एक एक वोट का हिसाब मांगते है, अन्यथा घुस गए थे उद्धव ठाकरे के घर में अपने वोट का हिसाब मांगने कि मुस्लिमो के वोटो से जीते हुए आपके सांसदों ने संसद में वफ्फ एक्ट संशोधन बिल का विरोध क्यों नहीं किया, बड़ी मुश्किल से उद्धव ठाकरे ने हाथ पैर जोड़कर अपनी जान बचाई थी ?
ये हिन्दू नहीं है जिनको आप झूठे वायदे करके वोट ले लोगे और कुछ नहीं कहेंगे ? वैसे बंगाल में टीएमसी के हिन्दू नेताओं के साथ जो हो रहा है ?जिहादियों से सर तन से जुदा की धमकियां मिल रही है ये कड़ा संदेश है ओर खतरे की घंटी के साथ सचेत रहने की जरूरत है कि आप किस पार्टी में है ? हम तो कहते है ये तो होना ही था, यदि ऐसी घटनाएं ओर भी हो तो शायद देशभर के हिन्दू नेताओं को समय रहते समझ आ जाए कि राजनीति करनी है और सुरक्षित रहना है तो किसी भी हिन्दू नेता के लिए बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है ! ऐसी घटनाएं, ऐसी धमकियां पूरे देश में सभी उन हिन्दू नेताओं को मिलनी चाहिए जो गैर बीजेपी राजनीतिक दलों के साथ खड़े है ? काफिर नेताओ, सोचो, ! गहन चिंतन का समय है ! राजनीति से परे अपनी जान बचाने का समय है ,!
