ओडिशा के झारसुगुड़ा में पुलिस ने 444 संदिग्ध बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर अवैध प्रवासियों के खिलाफ चलाए जा रहे देशव्यापी अभियान का हिस्सा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारसुगुड़ा जिले में हिरासत में लिए गए लोग मजदूर, राजमिस्त्री, फेरीवाले और निर्माण कार्यों में लगे थे। सोमवार से उनके दस्तावेजों की जाँच शुरू हो चुकी है। इनमें से 265 को सुरभि कल्याण मंडप और बाकियों को ब्लैक डायमंड कॉलेज में बने अस्थायी होल्डिंग सेंटर में रखा गया है। IG हिमांशु कुमार लाल ने बताया कि सत्यापन के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
दूसरी ओर, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि 23 लोग उनके निर्वाचन क्षेत्र के वैध भारतीय नागरिक हैं, जिन्हें गलत तरीके से हिरासत में लिया गया। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर राज्य सरकार से हस्तक्षेप की माँग की। मार्च में CM मोहन माझी ने विधानसभा में बताया था कि राज्य में 3738 बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हो चुकी है।
ये सूचना बताती है कि कितने बड़े पैमाने पर देश विरोधी लोग भारत में रहकर, भारत के संसाधनों का, भारत की सभी फ्री सरकारी सेवाओं का लाभ उठा रहे है, जो शिक्षा,चिकित्सा संसाधन भारत की जनता के लिए होने चाहिए वो सारी सुविधाएं तो ये घुसपैठिए चट कर जाते है ! इसलिए इनको देश से निर्वासित करना सभी देशवासियों सहित सभी राजनीतिक नेतृत्व की पहली प्राथमिकता होनी ही चाहिए !





