ये वीडियो है भावी सच,मिस्टर जस्टिस !
द बंगाल फाइल्स का ये सीन हिंदू-मुस्लिम एकता पर है
जस्टिस बनर्जी ने ग़ुलाम को जमानत दी थी, फिर उसी ग़ुलाम ने जस्टिस बनर्जी को मार दिया था
ग़ुलाम: क्या होता है सेक्युलरिज्म ?
जज साहब: जहां सभी बराबर हों
ग़ुलाम: भूल, काफ़िर कभी मुस्लिम के बराबर नहीं हो सकता
ग़ुलाम: क्या होता है जस्टिस ?
जज साहब: जहां सबको जीने का अधिकार हो
ग़ुलाम: भूल, काफ़िरों को जीने का कोई अधिकार नहीं
इसके बाद जज साहब के को उछलकर फुटबॉल खेली गई और कुचलकर मार दिया गया !
जब तक भारत में हिन्दू बाहुल्य है तभी तक आप संविधान का गाना गाते रहिए, इस्लाम में संविधान नहीं,शरिया चलता है,मिस्टर जस्टिस !
जब तक हिन्दू बाहुल्य है भारत में तभी तक न्यायपालिका सहित कथित सभी माननीय जस्टिस सुरक्षित है अन्यथा नेपाल,बंगलादेश में न अदालत सुरक्षित रही, न जज !,
