इस बार छत्तीसगढ़ के किसानो की दिवाली,भाजपा के साथ ?
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में भाजपा सत्ता में आई तो 15 दिन के अंदर छत्तीसगढ़ के लाखो किसानों की जेब में एकमुश्त लाखो रू जेब में होगा ! यह हम नही कह रहे है और न ही हमारी कोई राजनीतिक हैसियत है ऐसा कहने की? भाजपा की विगत सत्ता की गलती,जिसको किसान आज भी नाराज है कि पूर्ववर्ती डॉक्टर रमण सिंह की भाजपा सरकार ने किसानों को उनका पिछला 2 साल का बकाया धान का बोनस नही दिया है तो हम छत्तीसगढ़ के किसानों को मात्र यह बताने जा रहे है कि 2018 में चुनावो की आपाधापी में भाजपा सरकार किसानों को उनके बकाया धान का बोनस नही दे सकी थी लेकिन अभी मिडिया पर जारी भाजपा नेताओं के बयान अनुसार किसानों को उनका बकाया धान का बोनस छत्तीसगढ़ में भाजपा के सत्ता में आते ही 15दिनो के भीतर मिल जायेगा, जो प्रत्येक किसान के हिस्से में लगभग लाखो रू होगा ? सरकारी नीतियां, सरकारों की घोषणा,नीतियां होती है, राज्य की नीतियां होती है, सत्ता में कोई भी राजनीतिक पार्टी रहे लेकिन लोक लुभावन वाली नीतियां या व्यापक जनहित की नीतियां राज्य के नागरिकों के लिए होती है, गलती तो भूपेश सरकार की भी है, राज्य पर बकाया किसानों के 2 साल का बकाया धान का बोनस राज्य सरकारी की जिम्मेदारी थी ! जिसे दिया जाना था ! भले ही जनहित की, किसान हित की नीतियां किसी भी राजनीतिक पार्टी द्वारा बनाई गई हो?लेकिन,जबाबदेही तो राज्य सरकार की होती है ? किसानो का क्या दोष ? यदि कोई भी राजनीतिक पार्टी अपनी जेब से भुगतान की व्यवस्था कर, लोक लुभावन नीति बनाते है तो बात अलग है, सभी लोक कल्याणकारी नीतियां राज्य की नीति मानकर लोग भरोसा करते है ? ओर भुगतान भी सरकारी खजाने से होता है ! फिर भी देर आए,दुरुस्त आए की तर्ज पर अब भाजपा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के सत्ता में आते ही किसानों को उनका धान का बकाया बोनस 15दिनो के भीतर मिल जायेगा, तो किसान भाइयों इस साल की दीवाली,”भाजपा के साथ ” ?
