30लाख की अयायाशी वाला,रंगे हाथो पकड़ाया !
बिलासपुर: उपरोक्त न्यूज में प्रसारित फोटो बिलासपुर कुदुदंड निवासी राजेन्द्र गुप्ता की है, जो कुछ ही माह पहले सरकारी विभाग में बड़े बाबू के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, सेवानिवृत्ती पर मिली रकम जो की लगभग तीस लाख थी, एक शादीशुदा माशूका पर इस कदर दीवाने हुए कि उक्त तीस लाख की रकम को कुछ ही माह में न केवल उड़ा दिया,बल्कि दूसरी के चक्कर में अपने ब्याहता पति सहित बहू बेटे को भी घर से निकल जाने की अक्सर धमकी देने लगा ! राजेंद्र गुप्ता के सभी परिजनो का परेशान होना स्वाभाविक था क्योंकि कुदुदंड स्थित पुश्तैनी मकान करोड़ो रू का है, और दूसरी के चक्कर में राजेन्द्र गुप्ता इस मकान को भी दूसरी के चक्कर में बेचने की फिराक में था, परिजनों द्वारा लगातार राजेन्द्र गुप्ता की खोजबीन में लगे रहना, चिंतित होना स्वाभाविक है क्योंकि परिजन जानते है कि अवैध संबंधों की परिणीति अक्सर गंभीर अपराध में होती है ? आखिरकार आज रायपुर पुलिस को किसी जगह पर सूचना मिली कि एक संदिग्ध महिला के साथ 2पुरुष ठहरे हुए है, तो सीटी कोतवाली पुलिस रायपुर ने छापा मारकर राजेंद्र गुप्ता और इसकी माशूका सहित माशूका का पति और बच्चा सहित सभी को थाने लाया गया,सूचना पर बिलासपुर से राजेंद्र केशरवानी के परिजन भी आनन फानन में रायपुर पहुंचे और असली सच से रायपुर पुलिस को अवगत कराया, समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने क्या कार्यवाही की, यह तो हमे पता नही चल पाया है कि किन परिस्थितियों में और किन धाराओं में क्या कार्यवाही किया लेकिन राजेंद्र गुप्ता की धर्मपत्नी श्रीमती कल्पना गुप्ता और इनके बच्चे जरूर चाहते है कि राजेन्द्र गुप्ता की अयायशी और बर्बादी की जानकारी आमजन को हो जाए, कि कैसे एक शादीशुदा महिला के चक्कर में बुढ़ापे में कुछ ही माह में, शासकीय सेवक से रिटायरमेंट पर मिलने वाली लगभग तीस लाख की रकम को पूर्व से शादीशुदा और एक बच्चे की मां की दीवानगी के चक्कर में बर्बाद किए है, न्यायपालिका में दिक्कत है कि जजों की निजी राय कानून की शक्ल ले रही है, ओर बहुत से जज सामाजिक प्रभाव की चिंता किए बिना ऐसे फैसले दे रहे है कि विशेषकर हिंदुओ के परिवारों की ओर हिंदुओ वैवाहिक संबंधों की, परिवार नाम संस्था की what लग गई है ! धड़ाधड़ परिवार टूट रहे है, इतनी अधिक कानूनी आजादी हिंदुओ के परिवारों की बर्बादी का कारण बन रही है ! IPC 497,रद्द होना, और लिव इन रिलेशनशिप जैसी कानूनी व्यवस्थाओं की परिणीति इस रूप में सामने आ रही है !




