बंगाल सरकार को बर्खास्त करो,दोषियों को फांसी दो की नारीशक्ति गर्जना से गूंज उठा बिलासपुर !
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार को लोकतंत्र की सरकार और सेकुलर सरकार तो बिल्कुल नही कहा जा सकता है, मात्र राज सुख प्राप्त करने के लिए मिनी पाकिस्तान बना कर रख दिया भारत के राज्य पश्चिम बंगाल को, ये अत्यधिक दुर्भाग्य जनक स्थिति है कि बंगाल में मुस्लिमो के अलावा न किसी की पुलिस में FIR दर्ज होती है और न कोई कार्यवाही, पुलिस में भर्ती भी होती है तो केवल मुस्लिम समुदाय के लोगो की, अपराधी चाहे मुस्लिम ही क्यों न हो गैर मुस्लिम की कोई सुनवाई नही, मात्र सत्ता सुख के लिए ? गजब की है निजी महत्वकांक्षा ? हमे याद आ रहा है नेहरू और गांधी युग, जब देश जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा था!
पश्चिम बंगाल के संदेशखली में मुस्लिमो द्वारा दलित,आदिवासी महिलाओं को जबरन उठाकर लगातार मन भर जाने तक सामूहिक गैंग रेप करना, और मुंह खोलने पर जान से मार देना, आदिवासी,दलित महिलाओं,लडकियो को गायब कर देना ?ये कौन सा, किस युग का शासन है कोई बतायेगा ?
ममता बनर्जी सत्ता के लिए भले ही कुछ भी करती हो लेकिन वो है तो उनके लिए भी काफिर ही, यह कोई भी सता धारी कभी न भूले ?
पश्चिम बंगाल के संदेश खली में दलित हिन्दू आदिवासी महिलाओं,लडकियो के साथ इस अत्यधिक जघन्य और अक्षम्य अपराध से उत्पन्न आक्रोश के मद्दे नजर आज बिलासपुर में सभी समुदायों जातियों की नारी शक्ति, मातृ शक्ति के गगनभेदी नारो से कि ममता सरकार,बंगाल सरकार को बर्खास्त करो, दोषियों को फांसी दो के नारो से गूंज उठा बिलासपुर का आसमान ! जनजाति समाज के महिला पुरुषो सहित समस्त हिन्दू समाज के लोग अत्यंत आक्रोशित होकर रैली की शक्ल में विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर बिलासपुर के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री,राष्ट्रपति जी के नाम ज्ञापन देते हुए पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन की मांग के साथ संदेशखाली के अपराधियो को तत्काल फांसी की मांग के साथ ज्ञापन दिए है !
आदिवासी,दलित समुदाय की महिलाओ, माताओं बहनों बेटियों के साथ दरिंदगी जघन्य अपराध भले ही बंगाल की ममता सरकार में हुआ हो लेकिन दिल में दर्द का अहसास बिलासपुर के सभी सनातनी समुदायों के लोगो को हुआ है,
देशभर में कोई जय भीम वाला, कोई जय मीम वाला बोलने को तैयार नहीं अपना मुंह बंद रखे है ! यह चिंतन मनन सभी जय भीम वालो को करना चाहिए कि आज आपके समुदाय की माता बहनों के साथ दरिंदगी अत्याचार हुआ है तो दर्द मात्र सभी जातियों के हिंदुओ को हुआ है !
जिन महिलाओं के साथ दरिंदगी हुई वो आदिवासी दलित समुदाय की महिलाए है और दरिंदगी करने वाले सभी आरोपी मात्र जय मीम वाले है, सोचो मित्रो सोचो, जय भीम वालो जरूर सोचो ! कि आज आपके समुदाय की महिलाओ के साथ हुए जघन्य अपराध की पीड़ा को कौन महसूस कर रहा है ? जय भीम वाले या जय मीम वाले ? इनमे से कोई भी तो नहीं !
धर्म युद्ध में जाति मत देखिए, इंसाफ के लिए पंथ मत देखिए, धर्म के लिए जिंदा है हम, धर्म है तो सनातन में महिला सुरक्षित है चाहे वो किसी भी सनातनी जाति की हो ?



