तिफरा स्थित शासकीय स्कूल में शिकायतो का अंबार !
तिफरा स्थित शासकीय स्कूल में
शिकायतो का अंबार !
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लगातार मिल रही शिकायतो में मद्दे नजर मिडिया सहित हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने तिफरा स्थित शासकीय स्कूल में व्यवस्थाओं का अवलोकन किया तो पाया कि शौचालय पर ताला लगा है,
बच्चियां पानी के बोर से पाइप लीकेज मे निकलने वाली पतली पानी की धार में से बड़ी मुश्किल से हथेलियों में पानी लेकर पीती नजर आई !
बोर्ड पर मध्यान भोजन का मेन्यू तो लिखा है लेकिन मेन्यू अनुसार भोजन नही !
छोटे बच्चो ने आन कैमरा बताया कि हेड मास्टर गाली देते है,
तो सोचिए वो संस्कारित शिक्षा के बदले छोटे बच्चो को क्या दे रहे है ?
स्कूल का मुख्य दरवाजा नही,
बोर्ड टूटने पर बच्चो से वसूली !
ड्रेस की पेंट फट जाए तो नही मिलेगी ! (ये हो सकता है कि सरकार का साल में एक ही बार ड्रेस देने का नियम हो,लेकिन हम वो ही लिख रहे है जो छोटे छोटे बच्चो ने बताया) स्कूल में नसेड़ी घुस आते है कोई रोक टोक नही !
छोटे बच्चो के स्कूल में पानी की व्यवस्था नही !
पढ़ाई के समय बच्चे खुले मैदान में भ्रमण करते पाए गए !
बच्चो ने बताया कि एकाध पीरियड के बाद पढ़ाई नही !
सरकार इतनी सारी सुविधाएं देती है इतना पैसा खर्च करती है ?
आखिरकार व्यवस्था के जिम्मेदार , गैर जिम्मेदार क्यों ?
आज बुधवार के मेन्यू अनुसार मध्यान भोजन में सब्जी नही,
500/600 बच्चो के लिए मात्र स्टील के 2 ड्रम टाइप के बर्तन में पुलाव, एक बर्तन में दाल और बहुत ही कम संख्या में पापड़ पाए गए !
मौके पर मौजूद बच्चो की संख्या 300 भी नही !
मध्यान भोजन वितरित करने वाली 5 सहायिका मौके पर पाई गई, इन्होंने बताया कि इनके खाते में प्रतिमाह 2000 रू मेहनताना आता है !
जो देखा, जो पाया,वो लिखा !
सरकार का बजट कितना है किस मद में कितनी राशि स्वीकृत है जांच का विषय है !
कुछ ही दिन पहले प्रशासनिक कार्यवाही के तहत सस्पेंड हेड मास्टर मंगलवार को कुछ देर के लिए बिना अधिकार एवम अनुमति के स्कूल आता है और चपरासी के मौखिक बाद विवाद करता है कि उन्हे अलमारी की चाबी दिया जाए ! उनकी यह गतिविधि नियम विरुद्ध और संदेह के दायरे में है !



https://youtu.be/eoAQXyDFl6Y?si=boza9g-q-9fbrj8a


