CJI का न्यायिक भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार ! जस्टिस वर्मा के घर पर नोटो के बंडलों में लगी आग का वीडियो किया SC की वेबसाइट पर अपलोड,

https://twitter.com/i/status/1903513282545107358
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देश के CJI खन्ना साहब ने दिल्ली हाईकोर्ट के सीटिंग जज यशवंत वर्मा के घर पर कथित नोटो की भारी मात्रा होने के आरोपों पर उस समय विराम लगा दिया जब CJI ने खुद ही SC की वेबसाइट पर दिल्ली हाईकोर्ट के सीटिंग जज यशवंत वर्मा के घर पर नोटो का जखीरा होने के अपुष्ट सूचनाओं पर संज्ञान लिया, मीडिया में बहुत से कयास चले कि कभी तो दिल्ली दमकल विभाग के मुखिया का बयान कि उन्होंने जस्टिस वर्मा के घर पर कुछ नहीं देखा, कभी दमकल विभाग के मुखिया का बयान कि उन्होंने कोई बयान नहीं दिया ? कभी इस आशय की अनधिकृत सूचनाएं भी मीडिया में आई कि जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर फिर से इलाहाबाद हाईकोर्ट में कर दिया है, कभी इलाहाबाद हाईकोर्ट बार संघ का बयान भी मीडिया में चला कि इलाहाबाद हाईकोर्ट बार संघ ने कहा है कि “हम कूड़ेदान” नहीं है !
लेकिन, अब CJI ने सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर दिल्ली हाईकोर्ट के सीटिंग /सेटिंग जज, जस्टिस वर्मा के घर पर जले नोटो के बंडल का वीडियो खुद ही सुप्रीम कोर्ट की अधिकृत वेबसाइट पर अपलोड कर
देशभर में न्यायपालिका की साख को बचाया हैं देश CJI खन्ना साहब का ऋणी रहेगा, न्यायपालिका में अब तक का CJI का यह साहसिक निर्णय माना जा रहा है !
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वीडियो का लिंक न खुलने पर वीडियो लिंक को एक बार कॉपी पेस्ट करने का कष्ट करे !
बीबीसी के समानांतर PM 4 न्यूज चैनल ने तो उपरोक्त प्रकरण में मोदी सत्ता की CBI ED IT पर भी सवाल उठा दिए थे ? कि अब जज यशवंत वर्मा की जांच CBI से क्यों नहीं ? लेकिन मोदी सत्ता में भ्रष्टाचार के आरोप या भ्रष्टाचार ? ना बाबा ना! मोदी सत्ता की सफलता की असली कहानी ही ये है कि भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं ! तभी तो मोदी सरकार का यह तीसरा टर्म है ? कांग्रेसियों के भ्रष्टाचार की तरह यदि भ्रष्टाचार की लंबी सूची होती तो जनता मोदी सरकार को तीसरी बार भारत की सत्ता थोड़े ही सौंपती ? मोदी जी का संपूर्ण कार्यकाल भ्रष्टाचार से भ्रष्टाचार के आरोपों से बेदाग और मुक्त रहा है ?ओर अब CJI द्वारा कड़ी कार्यवाही ने PM 4 जैसे न्यूज चैनलों के लिए मुंह बंद का उपचार भी कर दिया है !
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उमाशंकर सिंह-
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर डाली गई रिपोर्ट में जस्टिस वर्मा का पक्ष भी है जिसमें उन्होंने कहा है कि जिस स्टोर रूम में नोटों की गड्डियां मिलने की बात की जा रही है वहाँ उन्होंने या उनके परिवार ने कभी कोई पैसा नहीं रखा। वो एक ऐसी खुली जगह है जहाँ हर किसी का आना जाना होता है। उन्हें इस मामले में फँसाया जा रहा है।
:https://www.livelaw.in/top-stories/breaking-supreme-court-publishes-video-pictures-on-cash-at-justice-yashwant-varmas-house-makes-report-of-delhi-hc-cj-public-287222
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चलते चलते बड़ा अपडेट, जस्टिस यशवंत वर्मा से कानूनी कार्य छीन लिया गया है, ओर प्रक्रिया अनुसार तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गई है !
