SC ने जनमत की सुनी आवाज,हुआ सोशल मीडिया की ताकत का अहसास ?

दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, भ्रष्टाचार के आरोपों सहित करोड़ो रू नोट जलने के मामले में न्यायपालिका की विश्वसनीयता पर निश्चित रूप से राजनीतिक नेतृत्व सहित सांसद, उप राष्ट्रपति श्री धनकड़ भी सवाल उठा चुके है ?
सोशल मीडिया मंचो पर तो न्यायपालिका की इतनी आलोचना, इतना अनादर इससे पहले देखने को नहीं मिला था, जनता मान चुकी है कि देश भर के भ्रष्ट प्रशासन की तरह अब न्यायपालिका भी भ्रष्ट है ! न्यायपालिका अपनी डूबती साख और विश्वसनीयता को बचाने के लिए बहुत बड़ा निर्णय लिया है कि दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस वर्मा की बेंच में हुए लगभग 50 मामलों की दोबारा सुनवाई होगी ? सोशल मीडिया मंचो पर वायरल सूचनाओं अनुसार जस्टिस वर्मा के कार्यकाल के दौरान कई फैसलों पर सवाल उठाए जा रहे है ! यदि जस्टिस वर्मा की दिल्ली हाईकोर्ट में पदस्थापना के दौरान हुए फैसले पलटते है तो न्यायपालिका के लिए भी ओर जस्टिस यशवंत वर्मा के लिए भी कलंक साबित होना निश्चित है !