छ. ग़.राज्य विधिक परिषद चुनाव तारीख बदलने की जरूरत: अधिवक्तागण !
सत्ता से सवाल (मीडिया):
छत्तीसगढ़ राज्य विधिज्ञ परिषद् निर्वाचन की तारीख बदलने की उठी मांग, दुर्गा अष्टमी को लेकर अधिवक्ताओं ने जताई आपत्ति !
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चुनाव कोई भी हो अधिकतम मतदान ही चुनाव की सफलता का पैमाना होता है !, अधिकतम मतदान प्रतिशत से ही सही मायने में समर्थन का सही आंकलन होता है, विभिन्न प्रकार के चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने हेतु प्रयास किए जाते है !
राज्य विधिक परिषद के चुनाव, जो आगामी 30 सितंबर को निर्धारित है, उस दिन दुर्गा अष्टमी धार्मिक उत्सव होने की वजह से बहुत से अधिकवक्तागण मतदान से विरत रह सकते है, अधिकांश घरों में इसी दिन “कन्या भोज” का कार्यक्रम भी पूर्व निर्धारित होता है !
राज्य विधिज्ञ परिषद् के सदस्य पद के लिए लगभग 10 वर्षों बाद होने जा रहे चुनाव को लेकर अधिवक्ताओं के बीच उत्साह है, लेकिन चुनाव की घोषित तिथि पर असंतोष भी सामने आने लगा है। दरअसल, परिषद चुनाव की तारीख 30 सितम्बर 2025 तय की गई है, जो कि दुर्गा अष्टमी के दिन पड़ रही है। इस पर्व को लेकर अधिवक्ता समुदाय ने चुनाव तिथि में संशोधन की मांग की है।
अधिवक्ता एवं परिषद सदस्य पद के प्रत्याशी ओम प्रकाश साहू ने इस संबंध में एक पत्र जारी कर परिषद एवं संबंधित प्राधिकरणों से निवेदन किया है कि चुनाव की तारीख बदल दी जाए। उन्होंने कहा है कि 30 सितम्बर को दुर्गा अष्टमी है, जो भारत के प्रमुख धार्मिक पर्वों में से एक है। इस दिन दुर्गा पूजन, हवन, ज्वारा एवं प्रतिमा विसर्जन जैसे पारंपरिक अनुष्ठान होते हैं। अधिकांश अधिवक्ता इस अवसर पर पूजा-पाठ एवं धार्मिक आयोजनों में व्यस्त रहते हैं, जिससे वे निर्वाचन प्रक्रिया में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे।
इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि दुर्गा उत्सव की छुट्टियों के चलते कुछ अधिवक्ता अपने परिवारों के साथ यात्रा पर भी रह सकते हैं, जिससे मतदान में उनकी भागीदारी प्रभावित होगी।
ओम प्रकाश साहू ने परिषद से अनुरोध किया है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अधिकतम अधिवक्ताओं की सहभागिता के साथ संपन्न कराने के उद्देश्य से निर्वाचन की तिथि 30 सितम्बर से बदलकर किसी अन्य उपयुक्त दिन पर तय की जाए।
अब देखना होगा कि राज्य विधिज्ञ परिषद् इस मांग पर क्या निर्णय लेती है और क्या चुनाव की तारीख में कोई संशोधन किया जाता है या नहीं ?



