राम सिंह ठाकुर की निर्दोषता का घटनाक्रम !
राम सिंह ठाकुर बनाम निर्दोष ?
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बिलासपुर में सनातन सहित सनातनियों की वर्तमान /भावी रक्षा सुरक्षा सम्मान हेतु संघर्षरत एक नाम तेजी से उभर रहा है, वो है “राम सिंह ठाकुर”
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कोई कुछ भी दावा करे ?लेकिन, सभी हिंदूवादी संगठन और उनके कार्यकर्ता व्यक्तिगत तौर पर मनाते है कि, राम सिंह समूह ने लव जिहाद सहित धर्मांतरण रुकवाने के क्षेत्र में उल्लेखित काम किया है ! जिसे सनातन रक्षा हेतु दिल में आग लिए बैठे युवा सनातनियों को राम सिंह ठाकुर की स्टाइल भा रही है इसलिए बिलासपुर के युवा सनातनी राम सिंह ठाकुर की कार्यशैली की तरफ आकर्षित हो रहे है !
अब बात करते है उस मूल घटना की, जिसकी वजह से निर्दोष राम सिंह ठाकुर को SC ST एक्ट में जेल जाना पड़ा है ?
घटना लगभग एक डेढ़ माह पुरानी है बिल्हा क्षेत्र में एक लड़की ने सोशल मीडिया मंचों पर एक वीडियो वायरल किया जिसमें आरक्षित वर्ग के एक व्यक्ति पर जिंदा गाय काटने का आरोप लगाया,
उक्त वीडियो इतनी तेजी से वायरल हुआ कि बिल्हा क्षेत्र के हिंदुओं सहित बिलासपुर से भी कुछ हिन्दू बिल्हा के उस उड़िया मोहल्ले गए जहां कथित घटना घटित होना बताया गया ! बिलासपुर से बिल्हा स्थित उड़िया मोहल्ले में राम सिंह ठाकुर भी गया था,बस ये चूक राम सिंह ठाकुर की गिरफ्तारी की मुख्य वजह बनी है,
जब बिलासुर से राम सिंह सहित कुछ अन्य हिन्दू बिल्हा पहुंचे तो जो कुछ भी कथित मारपीट की घटना बताई जा रही है हो चुकी थी, जिसमें 4 हिंदुओं को भी गहरी चोट आई थी,
इन चोटिल लोगों सहित उस लड़की,जिसने गाय वध का कथित वीडियो वायरल किया था इनकी शिकायत पर FIR हुई और कथित आरोपी को जेल जाना पड़ा !
विशेष उल्लेखनीय यह बताना जरूरी है कि राम सिंह ठाकुर के बिल्हा उड़िया मोहल्ला पहुंचने के पहले ही जो मारपीट,बाद विवाद होना था हो चुका था, यहां तक कि राम सिंह ठाकुर सहित बिलासपुर से गए हिंदुओं के बिल्हा पहुंचने से पहले पुलिस भी पहुंच चुकी थी,
राम सिंह ठाकुर का कसूर मात्र इतना है कि, कथित गाय काटने के बाद विवाद में राम राम ठाकुर के बिल्हा पहुंचने से पहले चाहे जो हुआ हो ?लेकिन,उक्त कथित बाद विवाद में चोटिल 4 लोगों की शिकायत पर FIR करने ओर कथित सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग, पुलिस पर दबाव जरूर बनाया था,
राम सिंह ठाकुर न तो असल बाद विवाद में शामिल था, न ही घटना का प्रत्यक्षदर्शी !
यदि राम सिंह ठाकुर बाद विवाद /मारपीट किया होता तो गाय काटने वालों के पास तो भारी भरकम जानलेवा हथियार थे और कथित मारपीट वाद विवाद में जिन 4 लोगों के सिर फटे,चोट आई तो राम सिंह ठाकुर को भी कुछ न कुछ चोट तो जरूर आती ?
घटना पश्चात भी लगभग 2 घंटे तक राम सिंह ठाकुर माहौल शान्त कराने में घटना स्थल पर ही पुलिस का सहयोग किया था, यदि राम सिंह ठाकुर कुछ अपराध किया रहता तो पुलिस राम सिंह ठाकुर को उसी समय निश्चित ही गिरफ्तार करती ?
चूंकि, उक्त घटना में राम सिंह ठाकुर द्वारा पुलिस पर दबाव बनाकर उन 4 चोटिल /घायल लोगो की शिकायत पर FIR दर्ज करवाया गया था तो
अब उसी द्वेष वश कथित प्रार्थी द्वारा राम सिंह ठाकुर के विरुद्ध ST SC एक्ट के अंतर्गत FIR दर्ज करवाया है,
ओर जिंदा गाय काटने का झूठ /झूठा वीडियो वायरल करने वाली लड़की साफ बच गई ! जबकि घटना की मुख्य सूत्रधार,जिम्मेदार वो लड़की है और राम सिंह ठाकुर निर्दोष !
हमने वो ही सच लिखा है जो उक्त घटना के सम्बन्ध में विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है !
राम सिंह ठाकुर के विरुद्ध ST SC एक्ट में FIR कराने वालों में धर्मांतरण कराने वालों के लिए भी यह मौका साबित हुआ,इसलिए कथित शिकायत कर्ता को राम सिंह ठाकुर के विरुद्ध FIR करने हेतु उकसाने में बड़ी भूमिका का उल्लेख खुद राम सिंह ठाकुर भी गिरफ्तारी के समय कर चुके है ! कि उन्हें धर्मांतरण रोकने की सजा मिल रही है !
बहरहाल, मामला न्यायालय में है,
लेकिन, सभी विश्वनीय सूत्र बताते है कि राम सिंह ठाकुर को निर्दोष होते हुए भी फंसाया गया है !
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प्रस्तुत वीडियो में कभी भी राम सिंह ठाकुर नजर नहीं आएगा ! इससे साबित होता है कि,कथित अपराध का जो भी घटनाक्रम था, राम सिंह ठाकुर के बिल्हा पहुंचने के पहले हो चुका था !

