शहर में अमीरों का आतंक ?
बिलासपुर में अमीरों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है !अब ये तो पता नहीं कि इतनी अधिक आय पर आयकर भरते हैं कि नहीं ?
या सारा कारोबार दो नंबर में चल रहा है ?
बिलासपुर में अनेक प्रकार के माफिया सक्रिय है,मसलन भूमाफिया,दारू माफिया,बार क्लब माफिया, नशे का कारोबार माफिया, अनेक प्रकार के जिहाद माफिया, शिक्षा माफिया, कॉल गर्ल्स सप्लाई माफिया, क्रिप्टो करेंसी माफिया, सरकारी नौकरी लगवाने वाले ठगो की संख्या भी बहुत है, अब बात करे व्यवसाई के बारे में, बिलासपुर,चकरभाठा मे बैठे बैठे अफगानिस्तान के खजूर ड्राई फ्रूट्स की फर्जी पेकिंग हो जाती है,
ठगी में कोई भी पीछे नहीं !
भ्रष्टाचार चरम पर है, बदले में सामाजिक व्यवस्था में ये सभी फ्राड और अमीर देते है गुंडागर्दी,दादागिरी, अधिक पैसा कमाने का मतलब ओर उपयोग ही ये है कि दादागिरी से किसी का सिर फोड़ना अय्याशी करना होता है, कोई दान पुण्य करने के लिए थोड़े ही गलत रास्तों से पैसे कमाएगा ?
ये अमीर ही तो है जो देर रात बार क्लबों में हजारों का बिल देकर झूमते हुए निकलते है,लेकिन आज तक किसी भी बाल क्लब के सामने पुलिस ने देर रात नशे में ड्राइविंग का चालान नहीं किया, कोई मुश्किल नहीं है सिर्फ रात 11 से 2 बजे तक किसी भी बार क्लब के सामने ट्रैफिक पुलिस खड़ी हो जाए तो कई मिल जायेंगे जो शराब के नशे में झूमते हुए निकलते है और वाहन चलाते है, ये अमीर ही तो है जो किसी भी अपने वाहन से ठोक कर भाग जाते है ये अमीर ही तो है जो देर रात बालाओं को लेकर कार में अय्याशी करते पकड़े गए थे,
ट्रैफिक जाम भी अमीर ही करते है ! अमीरों के लिए रास्ता साफ करने के लिए ही तो गरीबों के फ़ल ठेले लुटे जाते है !
बीती रात कुछ ऐसी ही घटना में फिर किसी अमीर जादे ने एक सामान्य व्यक्ति का जबड़ा तोड़ दिया, घटना का विवरण स्क्रीन शॉट ,वीडियो से प्रस्तुत है



