सत्ता के नशे में मत उलझियो,CM हो या PM?एक वकील ने गहलोत की लगाई WHAT?
राजस्थान में CM गहलोत पर राजस्थान के वकील गोवर्धन सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर खुलेआम लाइव आकर, गहलोत के चुनावी नामांकन पत्र में गंभीर खामियों को उजागर करते हुए न केवल CM गहलोत के चुनावी नामांकन पत्र को निरस्त करने की मांग किया है बल्कि जानबूझकर गहलोत ने अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक प्रकरणों की जानकारी अपने चुनावी शपथ पत्र में न देकर गंभीर आपराधिक धाराओं के तहत FIR दर्ज करने की मांग किया है ! अधिवक्ता गोवर्धन के खुलासे के बाद भाजपा ने भी चुनाव आयोग में शिकायत कर,गहलोत का नामांकन रद्द करने की मांग तेज कर दी है ! ज्ञातव्य हो कि CM हो या PM सत्ता में रहते किसी को भी सताया तो सत्ता विहीन होने पर बदले की कार्यवाही के लिए भी तैयार रहना चाहिए ! अधिकवक्ता गोवर्धन का मात्र कसूर इतना था कि कुछ समय पहले अधिवक्ता गोवर्धन ने एक मामले में कोर्ट से CM गहलोत सहित विभिन्न अन्य लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश लाया था तो राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया था ! क्या गहलोत सीएम पद से या सत्ता विहीन होने पर अधिवक्ता गोवर्धन से निपट पायेंगे ? जानकारों का मत है कि अधिवक्ता गोवर्धन सिंह गहलोत का बुढ़ापा खराब कर के रहेंगे ?
