भटक रहे डाक से मतदान करने वाले मतदाता,जिम्मेदार कौन?
बिलासपुर, संवादाता अभिषेक पांडे की ग्राउंड रिपोर्टिंग अनुसार, शनिवार दिनांक 11/11/23 को जिला कलेक्टर कार्यालय में विभिन्न स्थानों से आए शासकीय सेवक जो अपना मतदान नियमानुसार डाक मतदान से करना चाहते थे, उन्हें निराशा हाथ लगी है ! स्थानीय प्रशासन द्वारा डाक मतदान की कोई व्यवस्था नहीं होने से कई मतदाता अपना मतदान करने से वंचित हो गए ? चूंकि, डाक मतपत्रों की संख्या कम होती है इसलिए किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता की दिलचस्पी भी इन मतदाताओं में नजर नहीं आई ?, सवाल यह है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन ?
बिलासपुर/ छत्तीसगढ़
11-11-2023
रिपोर्टर – अभिषेक पाण्डेय
मोब-9424126280
– जिनके ऊपर चुनाव की जिम्मेदारी वही हो रहे मतदान से वंचित, जिला निर्वाचन की घोर लापरवाही ।
एंकर – बिलासपुर जिले में जिला प्रशासन और निर्वाचन अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है । छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है । केंद्रीय निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए प्रदेश के सभी जिलों में चुनाव की तैयारी और द्वारा शत प्रतिशत मतदान के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है,आपको बता दें छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का चुनाव 70 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को होना है ।
इस बीच बिलासपुर जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां जिला प्रशासन और निर्वाचन अधिकारियों की घोर लापरवाही सामने आई है ।
वीओ- आपको बता दें कि जिले में निर्वाचन ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों को ट्रेनिंग के दौरान जानकारी दी गई थी, कलेक्ट्रेट स्थित सेवा केंद्र में अपना मतदान -13 नवंबर तक करना है। निर्वाचन ड्यूटी में लगे अलग- अलग जिले के विधानसभा क्षेत्रों के लगभग 150 शासकीय कर्मचारी सेवा केंद्र के मतदान करने पहुँचे । जहां प्रशासन की घोर लापरवाही सामने नजर आयी। जिस जगह पर कर्मचारियों को मतदान होना था वहां एक भी अधिकारी कर्मचारी निर्वाचन ड्यूटी में दिखाई नहीं दिए ।
जिला निर्वाचन अधिकारी और प्रशासन की इस कार्यशैली को देखते हुए चुनाव ड्यूटी से पहले मतदान करने आए कर्मचारियों में काफी आक्रोश देखा गया । इस संबंध में संवाददाता अभिषेक पाण्डेय ने अपर कलेक्टर वैभव कुमार से बात करने की कोशिश की लेकिन अधिकारी ने अभद्रता पूर्वक बात करते हुए बिना किसी जानकारी दिए वहां से चलते बने । कुछ देर बाद मतदान करने आये कर्मचारियों को यह बताया गया कि आज अवकाश है जिस वजह से उनका मतदान नही होगा ।
ताज्जुब की बात यह है कि जिले के लगभग 200 अधिकारी कर्मचारियों को अवकाश की जानकारी ही नहीं दी गई । अब इस स्थिति में जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग के कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं । जिनके ऊपर चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई हो उन्हें अपना ही मतदान करने का मौका नही मिल रहा, बहरहाल शासकीय कर्मचारी मतदान कब और कैसे कर पाएंगे ये सोचने वाली बात है । जिला प्रशासन के द्वारा लोगों को मतदान करने की शपथ दिलाना और लोगों को जागरूक करने की पहल के बाद शत प्रतिशत मतदान की कल्पना अधूरी नजर आ रही है ।
बाईट -1-2-1
बाईट -1 कमलेश कुमार साहू शासकीय कर्मचारी
बाईट – 2 – कल्पना सूर्यवंशी
बाईट – 3- समीना ईकबाल
