शनिचरी,ब्रहस्पति बाजार में फल,सब्जी,ठेले लुटेरे,सदर बाजार संडे बाजार पर चुप क्यों?

बिलासपुर सिम्स चौक से कोतवाली चौक तक आज संडे को जो बाजार लगता है क्या इससे सदर बाजार/गोल बाजार के दुकानदार कोई लाभ कमा रहे है ? सदर बाजार गोल बाजार में स्थायी दुकानदारों की करोड़ों की दुकान, सैंकड़ों लोगो को रोजगार, करोड़ो का टेक्स देकर भी सप्ताह के शेष 6 दिन में जितनी बिक्री दुकानदार नही कर पाते है, उससे अधिक केवल यह संडे बाजार बिक्री कर मुनाफा कमा सप्ताह के शेष 6 दिन आराम फरमाता है ! इस संडे बाजार के व्यापार में असीमित भीड़ देखकर तो लगता है की शासन प्रशासन नाम की कोई चीज अब नही रह गई, कोई जनप्रतिनिधि विरोध नहीं करता? संडे को इस अघोषित बाजार में जो लोग व्यापार करते है, इनमे अधिकांश बाहरी लोग है ! स्थानीय व्यवसाई , इस संडे बाजार की भीड़ द्वारा खरीदी से अपने व्यापार का नुकसान सहने के धीरे धीरे आदि होते जा रहे है और वो टैक्स चोरी कर लाखों का व्यापार कर दिन भर लोगो को माल बेच शाम रात को फुर्र हो जाते है????इस संडे मार्केट के अस्थाई व्यवसाईयो पर यह कहावत बिलकुल फिट बैठती है कि हल्दी लगे न फिटकरी,*
रंग चोखा आए !
ऊपर से, एक अनुमान के अनुसार इस व्यापक भीड़ समूह में ट्रैफिक जाम से प्रति रविवार लोगो का कुल मिलाकर सैंकड़ों लीटर पेट्रोल ट्रेफिक जाम में कछुआ चाल से व्यर्थ जाता है ! सो अलग ! शनिचरी और ब्रहस्पति बाजार में फल सब्जी विक्रताओ के ठेले,फल और तराजू जप्त करने वाले
नगर निगम अधिकारी इस और ध्यान देंगे ?